श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा

(पल्लीवाल, जैसवाल, सैलवाल सम्बंधित जैन समाज)

February 2025

सम्पादकीय

मै हताश नही हॅू और न ही निराश हॅू, मगर मेरा चित्त प्रसन्न नही है…

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अध्यक्ष की कलम से

आदरणीय समाजजन, सादर जय जिनेंद्र आप सभी देख रहे हैं कि जिस तरह समाज को…

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एक उन्नत समाज

पिछले अनेक वर्षों से हम सुनते आ रहे हैं कि समाज ने बहुत उन्नति की…

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कालखंड के अनुसार बदलते रिश्ते

रिश्तो में अस्थिरता आज शोध का विषय है। जिस तरह पारा को मुट्ठी में पकड़…

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अखिल भारतीय पल्लिवाल जैन महासभा (सामाजिक संगठन) बिखराव की ओर

आज से आधी सदी पूर्व, सीमित संवाद, संसाधन, संचार, समयाभाव और धनाभाव होने के बावजूद,…

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पल्लीवाल जैन जाति का उद्गम।

श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका माह जनवरी 2025 के अंक में प्रकाशित लेख में श्रीमान…

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सन् १९२० में पल्लीवाल जाति की जनगणना

श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका के जनवरी माह २०२५ के अंक में मेरे द्वारा जनवरी…

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विद्या के सागर -108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रथम समाधि पुण्यतिथि

🙏 विद्या के सागर -108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रथम समाधि पुण्यतिथि🙏  …

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कर्म के भेद-प्रभेद

गतांक से आगे- कर्म के मूल भेद जैन कर्म-सिद्धान्त की दृष्टि से कर्म की आठ…

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आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज द्वारा रचित हायकू छंद

हायकू जापानी छंद की कविता है, इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में…

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महावीर का पुनर्जन्म

ओम अर्हम नम: भगवान महावीर तीर्थंकर थे । जो व्यक्ति सत्य का साक्षात और प्रतिपादन…

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क्या “श्वेतांबर पल्लीवाल” “पल्लीवाल जैन समाज” से अलग हैं?

“श्वेतांबर पल्लीवाल जैन संदेश” में जनवरी 2025 अंक में इसके सह संपादक श्री गोपाल लाल…

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भगवान श्री पार्श्वनाथ के 10 भव

गतांक से आगे— 3-    तीसरे भव में 8 वें देवलोक में-– सहस्त्रार कल्प में 10…

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धर्म क्या है ?

एक दिन एक व्यक्ति ने मुनि महाराज से पूछा कि वास्तव में धर्म क्या होता…

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शाखा समाचार आगरा ग्रामीण

अखिल भारतीय पालीवाल जैन महासभा – ग्रामीण आंचल और जैन एकता ग्रुप द्वारा गणतंत्र दिवस…

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शाखा समाचार – जयपुर

सादर प्रकाशनार्थ :- गणतंत्र दिवस पर पल्लीवाल जैन भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया हमारे राष्ट्रीय…

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कहानी सबसे सुहानी

विनय अहम् बुद्धि का त्याग/विनय भाव एक जंगल में एक डाकू रहता था जो चोरी…

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श्रद्धांजलि

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शोक संवेदना

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा दिवंगत आत्माओं को श्रृद्धांजली अर्पित करते हुए संवेदना प्रकट करती…

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श्री हनुमान जी की जैन धर्म प्रभावना

श्री हनुमान जी आदिपुर के राजा पवनंजय के सुपुत्र थे। इनकी माता का नाम अन्जना…

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