श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा

(पल्लीवाल, जैसवाल, सैलवाल सम्बंधित जैन समाज)

श्रद्धांजलि

 

श्रीमती कमला जैन का जन्म श्री रामजीलाल एवं श्रीमती कस्तूरी देवी जैन के यहां 21 जनवरी 1944 को धूलियागंज आगरा में हुआ था। धार्मिक आचरण और सामाजिक सरोकारों के वातावरण में पली-बढ़ी कमला जैन का विवाह श्रीमान किरोड़ी मल जैन “गुड जी” जो अपने अंतिम समय में दिगम्बर दीक्षा लेकर मुनिश्री क्षमासागर के नाम से विख्यात हुए के तीसरे पुत्र श्री मुन्ना लाल जी जैन के साथ हुआ।

श्रीमान मुन्ना लाल जी स्वयं भी बहुत ही धार्मिक एवं सामाजिक व्यक्ति हैं। श्री मुन्ना लाल जी 5O9 आरमी वर्कशॉप में काम करते थे अतः उन्होंने अपना निवास डिफेंस कॉलोनी बिंदूकटरा में निर्मित करवा लिया, इधर वे दिगम्बर जैन मंदिर धूलियागंज के अध्यक्ष चुन लिए गए धूलियागंज और बिन्दुकटरा में लगभग पन्द्रह किलोमीटर की दूरी है। श्री मुन्ना लाल जी मंदिर में श्रीजी के दर्शन हेतु गर्मी- सर्दी- बरसात बिना नागा बिंदू कटरे से धूलियागंज अपनी विक्की से आते थे। श्रीमती कमला जैन उनके साथ विक्की के पीछे बैठकर श्रीजी के दर्शन करने आया करती थी।

श्री मुन्ना लाल जी अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा की आगरा शाखा के अध्यक्ष चुने गए तो उन्होंने एम डी जैन इंटर कालेज में एक बहुत बड़ा आई केंम्प का आयोजन किया जिसमें आगरा और आस-पास के ग्रामीण जनों का निःशुल्क चिकित्सा- आपरेशन और चश्मा वितरण का कार्य आगरा शाखा द्वारा किया गया। श्रीमती कमला जैन ने वहां इलाज के लिए आए महिलाओं – पुरूषों की सेवा बहुत ही निष्ठा के साथ की।

श्री मुन्ना लाल जी के धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों से आगरा ही नहीं देश का हर पल्लीवाल जैन वाकिफ हैं। श्रीमती कमला जैन सहयोगिनी के रुप में हमेशा उनके साथ खड़ी रही।

दिनांक 28 अगस्त को भादों की पंचमी थी, वे हमेशा की तरह मंदिर गयीं, मंदिर जी से लोटने के बाद अपनी पुत्रवधू से कहा कि मैं जाप कर लेती हूं और भक्तामर का पाठ करने बैठ गई। भक्तामर का जाप करते-करते वे अचानक गिर गयीं और बेहोश हो गई उनके पति श्री मुन्ना लाल जी घर पर ही थे। उन्होंने अपने पुत्र को बुलाया, श्रीमती कमला जी को तुरंत एम्बूलैंस के द्वारा चिकित्साल्य ले जाया गया। चिकित्साल्य में आई सी यू में भर्ती कर लिया गया, हालात ज्यादा गम्भीर होने के कारण उन्हें तुरंत बेन्टीलेटर पर लिया गया। दिनांक 29 को डाक्टरों ने अपनी असमर्थता प्रकट कर दी, श्रीमती कमला जी को घर पर ले आया गया। घर पर ही डॉक्टरों ने चिकित्सा और आक्सीजन देनी प्रारंभ कर दी, उनकी सांसें चलती रही। उनके सभी प्रियजन- उनके निवास पर पहुंच गए, हालात सुधरती नजर आ रही थी। दिनांक 30 अगस्त को‌ श्रीमती कमला जी को छीपीटोला आगरा में चतुर्मास कर रहे मुनिश्री के सम्बोध के लिए ले जाया गया। मुनिश्री ने एम्बुलेंस पर आकर उनके हाथों से भेंट करवाया गया नारियल स्वीकार किया, सम्बोधि दिया, उन्हें उनके निवास पर ले जाया गया। निवास पर पहुंचने के बाद कुछ समय उनकी सांसें चलती रही और फिर अचानक बंद हो गयी।
श्रीमती कमला जैन इसलोक को छोड़ कर परलोक की यात्रा पर निकल गई।

भक्तामर का पाठ करते – करते बेहोश होने के बाद उन्हें होश ही नहीं आया और सुनते हुए उन्होंने मृत्यु को ग्रहण कर लिया। ऐसी धर्मनिष्ठ और सामाजिक महिला के निधन से उनके परिजनों और आगरा जैन समाज में शोक की लहर छा गई।
दिनांक 1 सितम्बर को विधुत शवदाहगृह – ताजगंज,आगरा में आगरा जैन समाज और उनके प्रियजनों ने उनकी निर्जीव देह का दाह-संस्कार कर दिया।

श्रीमती कमला जैन की तीन पुत्रियां श्रीमती अर्चना जैन धर्मपत्नी श्री संजीव जैन, श्रीमती अल्का जैन धर्मपत्नी श्री राकेश कुमार जैन बजाज एवं श्रीमती अरुणा जैन धर्मपत्नी श्री दीपक जैन हैं। उनके दो पुत्र श्री अजय कुमार जैन उनकी संगिनी श्रीमती ममता जैन, श्री अमित जैन उनकी संगिनी श्रीमती प्रिया जैन है। बड़े पुत्र श्री अजय कुमार जैन लोक-सभा में कार्यरत है तथा अमित जैन आगरा में अपने कारोबार में संलग्न है।श्रीमती कमला जैन अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा के भूतपूर्व महामंत्री श्री अशोक कुमार जैन की बहन थीं।

 

Leave a Reply