हम अपने जीवन में सदा खुश रहना चाहते हैं तो हमें अपने जीवन में निम्न बातों को डालना होगा
1. सादगी और सरलता
2. सकारात्मक सोच
3. परिस्थिति के अनुसार खुद को ढालना
4. धैर्य रखना
1. सादगी और सरलता :-
इंसान की सादगी और सरलता ही इंसान को ऊपर उठाती है जो इंसान जितना सरल होता है वह इंसान उतना ही आनंदित रहता है एक सरल व्यक्ति अपने आप को हर माहौल में ढाल लेता है वह जहां भी रहता है खुश और आनंदित रहता है और लोगों में भी खुशियां बांटता है एक सरल व्यक्ति अगर परिवार में रहता है तो वह सभी के बीच में सामंजस्य बनाकर रखना है और सबके हितों का ख्याल रखता है अपने कर्तव्यों का पालन करता है और कोशिश करता है कि मेरी वजह से किसी व्यक्ति को कोई दुख न पहुंचे सरल होना या झुकाना इंसान की कमजोरी नहीं ताकत हुआ करती है कहते हैं कि झुकता वही है जिसमें जान होती है अकड़ तो मुर्दे की पहचान होती है जो इंसान झुक कर चलता है सबसे सरल व्यवहार करता है वह इंसान सबके दिलों में राज भी करता है उसे सब पसंद करते हैं चाहे फिर वह घर परिवार हो चाहे समाज हो सब जगह उसको लोग पसंद करते हैं जिस इंसान का आचार विचार और व्यवहार सरल होता है वह इंसान आदर्श इंसान कहलाता है
2. सकारात्मक सोच :-
इंसान को अगर खुश रहना है तो हमेशा अपनी सोच को सकारात्मक रखना चाहिए जिस इंसान की सोच सकारात्मक होती है वह इंसान हमेशा खुश और आनंदित रहता है सकारात्मक सोच वाला इंसान मुश्किल परिस्थितियों में भी हंसते और मुस्कुराते हुए रहता है और अपने आपको ऐसी परिस्थितियों से जल्द ही बाहर निकाल लेता है और जिस इंसान की सोच सकारात्मक होती है वह इस इंसान अपने अलावा दूसरों के बारे में भी हमेशा अच्छा सोचता है और ऐसा इंसान लोगों के दिलों में राज करता है और हमेशा खुश और आनंदित रहता है जबकि जिस इंसान की सोच नकारात्मक होती है वह इंसान हमेशा शिकायतकर्ता मिलता है या रोता हुआ नजर आता है इसलिए इंसान को अगर खुश रहना है तो हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए
3. पारिस्थिति के अनुसार खुद को ढालना :-
इंसान अक्सर अपनी परेशानियों का ठीकरा परीस्थिति पर फोड़ देता है जबकि अगर इंसान अपने आप को परीस्थिति के अनुसार ढालना सीख जाए तो वह हमेशा खुश और आनंदित रहता है क्योंकि परिस्थिति कभी भी हमारे अनुकूल नहीं होती है हमें परिस्थिति के अनुकूल होना पड़ता है हम कितना भी प्रयास कर ले लेकिन जीवन में न जाने कितनी बार ऐसी स्थिति आती है जब परीस्थिति हमारे अनुकूल नहीं रहती है तब हमें अपने आप को परीस्थिति के अनुकूल ढाल कर स्वयं को खुश और आनंदित रखने की कला सीखनी चाहिए अगर हम अपने आप को परीस्थिति के अनुकूल ढाल लेते हैं तो हम सदा खुश और आनंदित रह सकते हैं
4. धैर्य रखें :-
जिंदगी में खुश रहने के लिए धैर्य एक बहुत बड़ी निधि है एक धैर्यवान व्यक्ति हमेशा खुश राहता है हमें अपने जीवन में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है लेकिन फिर भी अगर हमें अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं हो पाए तो हमें धैर्य रखना चाहिए अगर हम धैर्य रखते हैं तो एक न एक दिन हमें अपना लक्ष्य जरूर प्राप्त होगा जीवन में कभी भी सफलता अचानक नहीं मिलती है इसके लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है और उसके बावजूद न जाने कितनी बार फैलियर का सामना भी करना पड़ता है लेकिन जब भी फैलियर आए तो सिर्फ एक बात सोचै एक प्रयास और जब भी फैलियर आए हर बार यही सोचै एक प्रयास और एक प्रयास और एक प्रयास और अगर हम निरंतर प्रयास करते रहें तो एक ने एक दिन लक्ष्य जरूर प्राप्त होगा और फेल्योर के समय में हमें धैर्य रखने से हमारे जीवन में संबल बना रहेगा और हम हमेशा खुश और आनंदित रह पाएंगे इसलिए जीवन में धैर्य का एक बहुत बड़ा स्थान है धैर्यवान व्यक्ति कभी भी निराश नहीं होता है
हमें मनुष्य जीवन मिला है और इसे हमें जीना है अब यह हमारे ऊपर है कि उसे हम गुनगुनाते हुए जिए या भूनभूनाते हुए जिए अगर हमें सदा हंसते हुए अपना जीवन व्यतीत करना है खुश और आनंद रहकर जीना है तो अपने जीवन को जीने की कला सीखनी होगी
धन्यवाद।
महेंद्र कुमार जैन (लारा)
१ क ३ शिवाजी पार्क अलवर