श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा

(पल्लीवाल, जैसवाल, सैलवाल सम्बंधित जैन समाज)

श्री पल्लीवाल जैन तीर्थ यात्रा संघ, जयपुर का यात्री स्नेह मिलन एवं स्मरणिका 2025

श्री पल्लीवाल जैन तीर्थ यात्रा संघ, जयपुर का यात्री स्नेह मिलन एवं स्मरणिका 2025 का विमोचन समारोह हर्ष एवं उल्लास के साथ संपन्न
जयपुर, 6 अप्रैल 2025

श्री पल्लीवाल जैन तीर्थ यात्रा संघ, जयपुर द्वारा वार्षिक यात्री स्नेह मिलन एवं स्मरणिका 2025 का भव्य आयोजन दिनांक 6 अप्रैल 2025, रविवार को श्री पल्लीवाल जैन भवन, मानसरोवर, जयपुर में श्रद्धा, स्नेह और उल्लास के साथ संपन्न हुआ।

समारोह की अध्यक्षता संघ के वरिष्ठ मार्गदर्शक एवं संघ के अध्यक्ष श्री शिखर चंद कोटिया ने की, तथा मुख्य अतिथि के रूप में श्री विमल चंद (रसीदपुर वाले) रहे।
कार्यक्रम में श्री अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा के अध्यक्ष श्री त्रिलोक चंद जैन एवं महामंत्री श्री पारस चंद जैन भी उपस्थित रहे।
सभी अतिथि गणों का माला पहनाकर तथा तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
सभी यात्रियों का भी तिलक लगाकर बहुमान किया गया।
कार्यक्रम दोपहर 1:00 बजे प्रारंभ हुआ और सायं 6:00 बजे तक चला। इस दौरान भक्ति संगीत की सरस प्रस्तुति हुई, जिसमें उपस्थित सभी श्रोताओं ने भजनों का भरपूर आनंद लिया।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में स्मरणिका 2025 का विमोचन श्रीमान संजय कुमार जैन (कंजौली वाले) के कर-कमलों द्वारा किया गया। इस स्मरणिका में संघ संघ द्वारा आयोजित पिछली चार तीर्थ यात्राएं क्रमशः दक्षिणी पश्चिमी राजस्थान यात्रा शिखरजी यात्रा गुजरात यात्रा एवं बुंदेलखंड की यात्रा के सचित्र स्मरण श्री महावीर प्रसाद जैन सेवानिवृत्त निदेशक सांख्यिकी द्वारा सचित्र लिपिबद्ध किए गए हैं। धार्मिक अनुभवों एवं यात्रा की झलकियां को सुंदरता से समाहित किया गया है।

यात्रा संघ के तत्वाधान में अब तक आयोजित की गई की गई किसी भी यात्रा के सहभागी सभी यात्रियों को सपरिवार आमंत्रित किया गया था। साथ ही, भगवान महावीर जीव दया मैत्री संघ के संरक्षक सदस्यगण एवं कार्यकारिणी सदस्यगण भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति के साथ कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने पहुँचे।

कार्यक्रम के पश्चात वात्सल्य भोज का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 150 से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रेमपूर्वक सहभागिता की।

इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में संघ के समस्त पदाधिकारियों एवं सेवाभावी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

यह आयोजन न केवल एक पारिवारिक मिलन समारोह था, बल्कि पल्लीवाल जैन समाज में धार्मिक चेतना, सेवा भावना एवं संगठनात्मक एकता को प्रोत्साहित करने का एक सराहनीय प्रयास भी रहा।


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