आदरणीय समाजजन,
सादर जय जिनेंद्र
आप सभी देख रहे हैं कि जिस तरह समाज को तोड़ने का खेल हस्तिनापुर से आरंभ हुआ था वह आज तक जारी है। राजीव रतन जी ने जो खेल हस्तिनापुर में शुरू किया, उसे महेश जी आज तक चला रहे हैं। महेश जी ना अध्यक्ष को मानेंगे, ना विधान को मानेंगे ,ना सदभावना बैठक, ना सदभावना कमेटी ,ना आमसभा, ना प्रतिनिधि सम्मेलन, किसी को नहीं मानेंगे क्योंकि इनका उद्देश्य केवल एक है समाज को तोड़ना और इसके लिए इन्होंने सारी सीमाएं तोड़ दी है । एक कहावत आपने सुनी होगी कि ” गांव गुंडे की नहीं मानता और गुंडा गांव को नहीं मानता “, यह कहावत यहां चरितार्थ हो रही है।
गत दिनों महेश जी द्वारा बुलाए गए सम्मेलन में समाज की संख्या नगण्य रही। इससे पूर्व महासभा द्वारा बुलाए गए 25-26 अगस्त 2024 के सम्मेलन में विशाल जन समूह ने भाग लिया। इन दोनों सम्मेलनों ने साबित कर दिया कि समाज एक है, समाज की अखंडता को किसी को भी खंडित नहीं करने दिया जाएगा। मित्रों समाज ने जो कार्य किया है उसके लिए समाज को बार-बार वंदन, नमन।
आपके इस कार्य से महासभा को बहुत बल मिला है। इसके परिणाम स्वरूप जयपुर में एक विशाल और सुंदर पल्लीवाल भवन बनेगा ऐसी आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है और जल्दी ही संभवत : माह मई में कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा ।
आपका सेवक
त्रिलोक चंद जैन
अध्यक्ष
अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा
30th January ko kis baat per sahamati nahi ban pai,yadi samaj ke samne vo baat aave to shayad kuchh log prayash karke sahmati bana pave.
Good comments