श्री पल्लीवाल जैन डिजिटल पत्रिका

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा

(पल्लीवाल, जैसवाल, सैलवाल सम्बंधित जैन समाज)

महासभा की बोदला, आगरा शाखा में आयोजित दिनांक 01.12.2024 की बैठक की कार्यवाही का विवरण

अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा की बोदला, आगरा शाखा में आयोजित दिनांक 01.12.2024 की बैठक की कार्यवाही का विवरण
अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 01.12.2024 को प्रातः 10:15 बजे प्रेम वाटिका बोदला, आगरा शाखा में आयोजित की गई। सर्वप्रथम बैठक में बोदला आगरा शाखा द्वारा भगवान महावीर के चित्र पर माल्यार्पण श्री सुशील कुमार जैन सिकन्दरा एवं दीपप्रज्वलन श्री राजेश जैन कमला नगर आगरा द्वारा किया गया। प्रारंभ में मंगलाचरण महिला मण्डल द्वारा बच्चों से करवाया गया। बैठक के संयोजक श्री मुकेश जी भगत एवं बोदला आगरा शाखा के पदाधिकारी एवं श्री निर्मल जी आगरा द्वारा मंच के माध्यम से आये हुए सभी केन्द्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य शाखाओं के अध्यक्ष एवं मंत्री व बाहर से पधारें हुए सभी विशिष्ठ अतिथियों का स्वागत सम्मान माला, दुपट्टा भेंटकर और बैज लगाकर किया गया । इसके उपरान्त स्वागत गान करवाकर बैठक की कार्यवाही के लिये राष्ट्रीय महामंत्री को मंच संचालन के लिये आमंत्रित किया गया।
अध्यक्ष महोदय की अनुमति से विधिवत बैठक का प्रारम्भ किया गया । सर्व प्रथम महामंत्री द्वारा बैठक में पधारें हुये सभी सदस्यों का हार्दिक स्वागत करते हुए विधानुसार कोरम अभाव के कारण बैठक को स्थगित किये जाने का अनुरोध किया गया। अध्यक्ष की अनुमति से बैठक को स्थगित कर 1 घण्टे उपरान्त पुनः उसी एजेण्डे के तहत बैठक प्रारम्भ की गई।
महामंत्री श्री पारस चन्द जैन द्वारा एजेंडे के अनुसार गत मीटिंग 07.072024 को महवा दौसा में आयोजित की गई उसकी कार्यवाही के विवरण का पठन किया गया जिसका सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।
साधारण सभा एवं प्रतिनिधि सम्मेलन अलवर में आयोजित किया गया था उसकी कार्यवाही का विवरण सदन के समक्ष रखा गया जिसका भी सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। इसके पश्चात महामंत्री द्वारा बताया गया उस सम्मेलन की प्रतिनिधी सभा में नये राष्ट्रीय महामंत्री के साथ साथ सहमंत्री श्री गिरीश जैन का भी चयन किया गया था लेकिन उनके द्वारा सहमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया गया जिसे सदन के समक्ष रखा गया जिसमें उन्होनें अपने त्याग पत्र में लिखा कि “अचानक राजकीय कार्य में उत्पन्न अपरिहार्य कारणों से मैं अपनी सेवाए देनें में असमर्थ हूं कृपया मेरा त्याग पत्र स्वीकार कर अनुग्रहित करें” और सदन ने इसे ध्वनिमत से स्वीकृत किया गया। महामंत्री द्वारा सहमंत्री हेतु श्री प्रदीप कुमार जैन मण्डावर वाले, जयपुर का नाम सदन के समक्ष रखा गया। जिसे सदन द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया ।
एजेण्डे के क्रमानुसार महामंत्री द्वारा बताया गया कि अध्यक्ष आदेशानुसार जो भी कार्यकारिणी सदस्य विधानुसार लगातार 3 बैठकों (अलवर, जयपुर, महवा) में अनुपस्थित रहें है उनसे इस सम्बन्ध में पत्र द्वारा स्पष्टीकरण मांगा गया था लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार का कोई स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस सम्बन्ध में सदन को अग्रिम कार्यवाही के लिये सुझाव देने के लिये कहा गया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद जी जैन जौरा द्वारा कहा गया कि राजीव रतन जैन द्वारा हस्तिनापुर में नाटक रचा गया था क्योंकि वह पद से हटना नहीं चाहते थे, और वैसे ही हमारें पूर्व महामंत्री महेश जी उनके ही नक्शे कदम पर चल रहें है अध्यक्ष महोदय ने अलवर में गतिरोध खत्म करने के लियें साधारण सभा एवं प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया जिसमें सर्वसम्मति से श्री महेश जी को महामंत्री पद से पदमुक्त कर दिया गया और आज वह महामंत्री से पूर्व महामंत्री हो गये यह सभी विधानानुसार ही हुआ है लेकिन पूर्व महामंत्री महेश जी द्वारा दुबारा वहीं तरीका अपनाकर मथुरा में बैठक बुलाकर अध्यक्ष जी एवं अर्थमंत्री जी को निकाल दिया। हमारे पूर्व महामंत्री महेश जी को न तों विधान का ज्ञान है और न ही साधारण सभा एवं प्रतिनिधि सम्मेलन के महत्व का ज्ञान है। “महासभा विधान के अनुसार चलती है” इसलिये जो सदस्य 3 बैठक में नहीं आ रहें उनसे आपने विधानानुसार स्पष्टीकरण मांगा और उनका कोई भी जबाव नहीं आया तो उन्हें तुरन्त कार्यकारिणी सदस्य के पद से मुक्त किया जायें, क्योंकि अध्यक्ष महोदय अब समय केवल 1 वर्ष शेष हैं और करने के कार्य बहुत अधिक है। यह लोग इसी तरह से परेशान करते रहेंगें। बैंक में फर्जीवाडा कर महासभा के 20 लाख रूपयें निकाल लियें, हालांकि मेरे द्वारा राष्ट्रीय अर्थमंत्री श्री भागचन्द जी को आगाह किया कि श्री महेश जी की कार्यशैली जिस तरह की है वह सबसे पहले बैंक के खाते पर अटैक करेगें और वही उन्होंने किया, लेकिन आपके द्वारा प्रयास से पैसे वापस आ गये उसके लिए धन्यवाद। लेकिन आपका इसी कार्य में 2 माह का समय खराब हो गया। इस कार्य में श्री तपेश चौधरी, आगरा एवं अनिल जैन, जयपुर ने भी श्री महेश जैन के साथ मिलकर बैंक के फर्जीवाडे में सहभागी रहे। इन लोंगों को इस कृत्य के लिए 6 वर्ष के लिये सदस्यता से निलम्बित किया जायें। मैं सदन से अनुरोध करता हूं आप हाथ उठाकर इस प्रस्ताव को पारित करें।
इस पर सदन के द्वारा पुनः अपने अपने विचार रखते हुए कहा जिन्होनें महासभा के खातों के साथ फर्जीवाड़ा किया है उनकी सदस्यता हमेशा के लियें निरस्त की जायें।
राजेश जैन, आगरा द्वारा कहा गया कि एक निश्चित समय के लिए 3 साल या 6 साल के लिये ही इन्हें निकाला जायें, आजीवन सदस्यता से नहीं हटाया जायें।
मगन चन्द जैन, अलवर द्वारा कहा गया कि महासभा द्वारा पहले भी अलवर के श्री पवन जैन चौधरी एवं श्री पवन पटवारी को निष्कासित किया गया था उसमें उनकी प्राथमिक सदस्यता निरस्त की गई. इसलियें समय का कोई प्रावधान नहीं है। इनकी प्राथमिक सदस्यता निरस्त की जायें और वोटर लिस्ट में उसे अंकित किया जायें।
रमेश चन्द पल्लीवाल, जयपुर ने कहा कि राजेश जी और मगन जी दोनों ही सहीं कह रहें है पवन चौधरी और पवन पटवारी हमारे ही कार्यकाल में उनकी सदस्यता निरस्त की गई थी लेकिन 2 साल उपरान्त कार्यकारिणी की सहमति से उन्हें वापिस ले लिया गया।
भाग चन्द जैन, अर्थमंत्री ने कहा कि मेरा कहना तो यह है और मेरी पीड़ा भी है कि इन्होनें फर्जीवाडा और गबन नहीं किया, बल्कि मैं तो इसे डकैती कहूंगा। अगर हम एक दिन लेट हो जातें तो पता नहीं महासभा का पैसा किन चीजों में उपयोग होता, मेरी नजर में यह डकैती से कम नही है बाकि सदन क्या चाहता है, आपके ऊपर है।
महामंत्री श्री पारस चन्द जैन के द्वारा बताया गया कि इनके इस कृत्य के लिए महेश जी, अनिल जी. तपेश जी को अध्यक्ष महोदय द्वारा स्पष्टीकरण देने बाबत् नोटिस दिया गया जिसका आज तक कोई जवाब नहीं आया।
सम्पूर्ण सदन ने विचारविमर्श करने उपरान्त पूर्व महामंत्री श्री महेश जैन, श्री अनिल जैन और श्री तपेश जैन, आगरा को महासभा के बैंक खातों में हेरा फेरी एवं फर्जीवाडा करने के कारण महासमा की प्राथमिक सदस्यता से निरस्त किया जाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
पवन जी तिजारा कार्यकारिणी सदस्यों को जो नोटिस दिया है, उनको एक फाईनल नोटिस और दिया जाये जिससे हम दोषी नहीं रहे।
मुकेश अलीपुर पवन जी भाईसाहब की बात से मैं सहमत नही हूँ फाईनल नोटिस क्या होता है जब उनको विधान के अनुसार नोटिस दे दिया और उनका कोई जवाब नही आया, तो उस पर आज ही कार्यवाही होनी चाहिये, नहीं तो फिर तीन महिने का इंतजार करों, इसी तरह समय निकलता रहेगा।
मगन जी अलवर जो तीन मिटिंग में उपस्थित नहीं हुआ उनको तुरन्त आज हटाना चाहिये और उनकी जगह नये सदस्य आज ही मनोनीत करने चाहिए। अभी आगरा की मिटिंग में 20-25 लोगों ने आगरा के श्री तपेश जैन को अध्यक्ष बना दिया, वो अपने आप को अध्यक्ष मानते है, और व्हाट्सअप के माध्यम से महामंत्री श्री पारस जैन द्वारा भेजे गये नोटिस के बारे में लिख रहे कि फर्जी नोटिस को कोई भी व्हाट्सअप पर न डाले क्योकि ये फर्जी नोटिस है। फर्जी लोगों को सब फर्जी नजर आते हैं। अब हमें शांत रहने की आवश्यकता नहीं है, मुखर होने की है, और समय की यही मांग है अन्यथा फिर तीन महीने इंतजार करों और समय ऐसे ही गुजरता रहेगा। इसलिए आज ही इनको हटाकर, इनकी जगह नये कार्यकारिणी सदस्य को मनोनीत किया जायें। यह अधर्म के विरूद्ध धर्म की लडाई है। समय जरूर लगेगा लेकिन जीत सत्य की होगी। आप स्वयं देखिये जिन्होने विधवा सहायता के चैको को डिस ऑनर करवा दिया, यह बहुत ही शर्म की बात है और आज भी हम उनसे उम्मीद लगाकर बैठे है। इस पर आज ही कार्यवाही होनी चाहिऐ।
सदन में विचार विर्मश उपरांत उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा कहा गया कि विधान अनुसार कार्यवाही की गई है, अतः गत तीन मिटिगों में अनुपस्थित रहने वाले कार्यकारिणी सदस्यों को कार्यकारिणी पद से हटाया जाकर उनके स्थान पर दूसरे सदस्य मनोनीत कर लिये जाये महामंत्री जी आप एक बार नोटिस पढकर सुनाये किन-किन सदस्यों को नोटिस दिया है।
महामंत्री जी द्वारा नोटिस पढकर सुनाया गया:-
विषय स्पष्टीकरण बाबत |
सादर जय जिनेन्द्र ।
अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा की गत तीन मीटिंग 28 जनवरी, 2024 को अलवर में, 14 अप्रेल, 2024 को जयपुर में एवं07 जुलाई 2024 को महवा जिला दौसा में आयोजित की गई। आप महासभा की इन तीनों मीटिंगों में लगातार बिना कारण बतायें अनुपस्थित रहे ।
अतः अध्यक्ष महोदय के आदेशानुसार अपना स्पष्टीकरण 15 दिवस में अधोहस्ताक्षरकर्ता को प्रस्तुत करें अन्यथा आपके विरूद्ध अखिल भारतीय पल्लीवाल जैन महासभा के विधान की धारा 19 की उपधारा ( 13 ) ( क ) (4) के नियमानुसार कार्यवाही प्रस्तावित कर दी जायेगी। आपके द्वारा स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं करने अथवा आपके द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर कार्यकारिणी के निर्णयानुसार कार्यवाही अमल में लायी जायेगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी आपकी स्वयं की होगी ।
इस तरह का नोटिस कुल 23 सदस्यों को दिया गया था, यह 25 सदस्यों की लिस्ट है जिसमें महुआ बैठक में श्री विनोद कुमार जैन, दिल्ली की सदस्यता निरस्त कर दी थी, उनका भी स्थान खाली है क्योकि वह अध्यक्ष के होते हुये, अध्यक्षता कर रहे थे, जब उनसे स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने एक झूठा पत्र अध्यक्ष महोदय को लिखा था, जिस कारण कार्यकारिणी द्वारा इनकी प्राथमिक सदस्यता छः साल के निरस्त कर दी थी। इस क्रम में महेश चन्द जैन पूर्व अर्थ संयोजक पत्रिका की भी स्पष्टीकरण न आने के कारण महुआ व प्रतिनिधि सम्मेलन में इनकी प्राथमिक सदस्यता निरस्त कर दी थी। इस तरह कुल 25 सदस्यों को कार्यकारिणी सदस्य के पद से हटाया जाना है। ये उन सभी के नाम है
1. महेश चंद जैन, जयपुर
2. अनिल कुमार जैन
3. विनोद कुमार जैन
4. शकुन्तला जैन
5. विजय कुमार जैन
6. सतीश चन्द जैन
7. तपेश जैन
8. विमल जैन
9. राहुल जैन, एडवोकेट
10. रेखा जैन
11. राहुल जैन
12. देवेश जैन
13. भागचन्द जैन
14. श्रेयांश जैन
15. अन्जना जैन
16. शशि पल्लीवाल
17. अशोक जैन
18. शरद जैन
19. मृगेन्द्र जैन
20. महेन्द्र कुमार जैन
21. बाबू लाल जैन (गोठरा )
22. सुधा जैन
23. रत्नेश कुमार जैन (सी.ए.)
24. मधु जैन, अलवर (महिला प्रतिनिधि राज.)
25. ओम प्रकाश जैन

 

सदन के द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इनको कार्यकारिणी पद से हटाकर आज ही इनकी जगह पर अन्य सदस्यों को मनोनीत किया जाये।
महामंत्री जी द्वारा कहा गया कि जो भी शाखा अध्यक्ष व मंत्री महोदय उपस्थित है, वो जिस जगह से कार्यकारिणी सदस्यों को हटाया गया है उसी जगह के नये सदस्यों के नाम प्रस्तावित कर इस मिटिंग में मनोयन कर शपथ दिला दी जायेगी ।
सदन के द्वारा कहा गया कि जिन शाखाओं के अध्यक्ष मंत्री मिटिंग में नही है उसके लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महामंत्री जी का अधिकृत किया जावें कि शाखाओं के अध्यक्ष मंत्रीयों से बात कर या महासभा के पूर्व पदाधिकारीयों से चर्चा कर इसी माह में पूरी कार्यकारिणी बनाकर डिजिटल पत्रिका में उनके नाम प्रकाशित कर दिये जाये। जयपुर शाखा के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र प्रसाद जैन द्वारा जयपुर से कार्यकारिणी सदस्य हेतु श्री एम०पी०जैन एवं मुकेश चन्द जैन ( अलीपुर ) का नाम प्रस्तावित किया गया तथा आगरा शाखा द्वारा श्री निर्मल जैन, श्री पंकज जैन, श्री योगेश जैन, श्री कुलदीप जैन, तथा महिला सदस्य श्रीमती एकता जैन साथ ही युवक मंडलों के प्रतिनिधि के रूप में पलाश जैन के नाम प्रस्तावित किये गये आगरा ग्रामीण से श्री ललित जैन एवं अलवर ग्रामीण से कमल चन्द जैन के नाम देहली से धर्मचंद जी जैन (दिलशाद गार्डन) एवं कोटा, राजस्थान से आर. के. जैन साहब, दौसा सवाईमाधोपुर से निर्मल कुमार जैन के नाम प्रस्तावित किये गये प्रस्तावित नामों को सदन द्वारा सर्वसम्मति से कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत किये गये ।
महामंत्री द्वारा एजेण्डे के अनुसार सदन में सभी सदस्यों से समाज हित के नई योजनाओं पर विचार रखे जाने हेतु निवेदन किया गया।
राजेश जी आगरा द्वारा कहा गया कि परिस्थिती अनुसार सम्मेलन में जो हो गया, वो हो गया। आज जिनको हटाना है उनको हटाओं जिनको मनोनीत करना है उनको मनोनीत करें लेकिन अब बचा हुआ समय समाज हित के कार्यों में लगाओं क्योकि अभि ऐसा कोई कार्य नही हुआ, और आज आप अध्यक्ष महोदय समाज हित में कुछ ठोस कदम उठाओ और आज कुछ वादा करके जाओं, इस पर राजेश जी ने सुझाव दिया कि महासभा का भवन या कार्यालय बनवाओं और उसकी घोषणा करके जाओं ।
मुकेश अलीपुर मेरा सुझाव है कि पत्रिका द्वारा जो व्यवधान किया जा रहा है उस पर लगाम लगाई जाये और उस पर कार्यवाही की जाये। एफआईआर हो चुकी है उसके लिए तीन-चार व्यक्तियों की एक ऐसी टीम बनाये की उसकी खबर सभी तक पहुंचती रहे और खाता ब्लॉक हो गया है उसको खुलवाया जायें जयपुर शाखा में चार हजार वर्गगज जमीन है उस पर भवन बनाने का विचार किया जाये, सबसे पहले उसमें एक कमरा बनाकर बिजली कनेक्शन लेकर फिर उसका निर्माण करवाया जायें। पाँच व्यक्तियों की परमानेन्ट कमेटी बनाये जाये। वह जमीन महासभा भवन के लिए बहुत उपयुक्त है, अब हमें काम करके दिखाना है जो दो फाड हो चुके वो हो चुके उनकी तरफ ध्यान देगें तो कोई काम नहीं कर पायेंगें, इसलिए जो कार्यकारिणी सदस्य आज हटाये है उनकी जगह नये सदस्यों का निर्वाचन किया जाये ।
निर्मल जी आगरा निष्कासन में किन्तु परन्तु ना करते हुये आज ही उनकी जगह मनोनीत किये जायें और महासभा को चलाऐ अलवर में सम्मेलन हुआ था, बहुत ही शानदार हुआ था, इतना गतिरोध होने के बावजूद महासभा द्वारा इतना अच्छा कार्यक्रम अलवर में आयोजित किया गया, जिसकी जितनी प्रशन्सा की जायें वो कम रहेगी। मेरा अध्यक्ष व महामंत्री से अनुरोध है कि नये सदस्यों के निर्वाचन के सम्बन्ध में शाखा अध्यक्ष व मंत्रीयों से नाम लेवें। और आज ही मनोनित किये जायें।
मगन जी, अलवर मुकेश जी जब जयपुर शाखा जमीन की बात चली है तो मैं बताना चाहता हूँ कि दूसरे लोगो की नजर इस जमीन पर गिद्ध की तरह है क्योकि एक मिटिंग में तो इस जमीन को शिक्षा समिति में लेने की बात चली थी। इसलिए इस पर तुरन्त निर्णय लेकर कार्यवाही की जावें । अलवर चुनाव के बारें में मगन जी द्वारा विस्तार से बताया गया कि अलवर समाज के कुछ कर्णधारों ने समाज में विवाद पैदा कर रखा है। अलवर शाखा के अर्थमंत्री एवं निर्वाचित नौ सदस्यों को पूछते ही नही है और शाखा के अध्यक्ष मंत्री सारा काम बाहर के सदस्यों को पदाधिकारी बनाकर उनसे चला रहे है। अभी श्री पल्लीवाल पत्रिका के एक अंक में हमारे पुराने राष्ट्रीय अर्थ मंत्री ने एक लेख लिखा है कि अलवर में महासभा के चुनाव हुये उसमें भ्रष्टाचार की बू आती है। बड़े शर्म की बात है कि स्वयं अर्थ मंत्री के सानिध्य में अलवर के चुनाव शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुये और मथुरा की फर्जी मिटिंग में जाकर महासभा के चुनाव का हिसाब कर रहे है। हस्तिनापुर में चुनाव कराया राजीव रतन जी को तीन लाख रूपये महासभा ने दिये दस लाख रूपये का चंदा उगाया, उसका हिसाब श्री राजीव रतन द्वारा आज तक नही दिया गया, इनका हिसाब उन्हें याद नहीं आया। जबकि हस्तिनापुर में ना तो चुनाव हुआ और लडाई झगडे हुये वो अलग। हमारे द्वारा अलवर में शांति पूर्णचुनाव कराया गया जिसमें चुनाव व्यवस्थाओं एवं चुनाव सामग्री में 3,27,800 /- रूपये खर्च हुये । और रूकने व खाने की व्यवस्था अलवर शाखा के अध्यक्ष श्री वी.के. जैन की कार्यकारिणी द्वारा की गई। इसमें 1,22,000 /- रूपये का चंदा आया और यह रसीद उन्ही राष्ट्रीय अर्थ मंत्री द्वारा काटी गई थी, और मुझे आज तक दो लाख रूपये नहीं दिये है। मेरा निवेदन है सदन से कि महासभा से मुझे मेरे दो लाख रूपये दिलाये जाये।
हमारे पूर्व राष्ट्रीय अर्थ मंत्री है जिन्होने पूरी पुरानी कार्यकारिणी से 2,000 /- रूपये लेने का एक प्रस्ताव पारित करवाया और उसको पत्रिका में छपवाया, लेकिन स्वयं ने आज तक 2,000/- रूपये नही दिये, और अभी अलवर में एक कार्यक्रम हुआ था जिसकी पत्रिका में 500 व्यक्तियों के नाम थे, जिसमें इनका भी नाम था, वहाँ सम्मान करवा रहे है, वहा के शाखा अध्यक्ष मंत्री ने हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अलवर के होने के बावजूद भी पत्रिका में उनका नाम नही दिया जबकि पूरा कार्यक्रम महासभा के बेनर पर करवाया, ये कितने शर्म की बात है। अलवर के शाखा के अर्थमंत्री को नही पूछा स्वयं ने रसीद छपवा ली, कहा से कितना पैसा आया कोई हिसाब नही, इसमें भ्रष्टाचार की बू आती है।
मेरा अध्यक्ष महोदय से निवेदन है कि आप अलवर के विषय पर तुरन्त निर्णय ले और पूरे समाज की एक जनरल सभा करें
पवन जी तिजारा सबसे पहले तो में आगरा बोदला शाखा को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहुंगा की जिन्होने बैठक की इतनी अच्छी व्यवस्था की है।
मेरा सुझाव है कि हमें सबको मिलकर सामूहिक विवाह सम्मेलन करवाना चाहिये और जिसको प्लानिंग करके अच्छे तरीके से करना चाहिये, चाहे उसमें पाँच ही जोडे हो, ऐसे नही जैसे उन्होने सोनागिरी में घोषणा कर दी और लेना-देना कुछ नहीं क्योंकि उन लोगों को समय निकालना है। आज उनकी अयोध्या में मिटिंग है और छः दिन से मिटिंग के बहाने वहाँ घूम रहे है। पता नहीं किस विधवा सहायता के पैसे का उपयोग कर रहे है, क्योकि पहले भी उन्होने महावीर जी में विधवा सहायता के पैसे को उपयोग किया था। आज सदन में बैंक वाली बात सभी सही कह रहे कि अगर बैंक में एक दिन भी लेट हो जाते तो समाज के पैसे को लेकर किस तरह से उपयोग करते यह सभी जानते है। यह तो बहुत अच्छा हुआ कि हम तुरन्त वहा चले गयें और पैसा वापस आ गया। मेरा एक सुझाव यह है कि मैं पत्रिका के बारे में कहना चाहूंगा, जो डिजिटल पत्रिका चल रही है। उसको ज्यादा लोग नही पढ रहे है। इसलिए उसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार हो क्योकि आज की तारीख में उन लोगों ने जो गबन किया है उनके खिलाफ जो एफआईआर दर्ज हुई है मेरे हिसाब से 10 प्रतिशत लोगो को भी पता नहीं है तो मेरा तो सुझाव यह है कि उनकी पत्रिका जा रही है ऐसी अपनी पत्रिका भी जानी चाहिए और सामूहिक विवाह सम्मेलन पर जल्दी प्रयास करने चाहिए ।
राजेन्द्र जी पत्रिका संयोजक महुआ मिटिंग में डिजिटल पत्रिका का सुझाव आया था और उस पर हमने जल्द ही काम किया और 25 अगस्त 2024 को सम्मेलन में उसका उद्घाटन भी किया। आज का डिजिटल पत्रिका का वर्जन उपयोगी है इसको सभी एक दूसरे को शेयर करे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग पढ सकें। आज भी इस पत्रिका को बहुत लोग पढते है। इसकी रिपोर्ट भी पता चल जाती है, कल तक इस पत्रिका को हजार लोगों से ज्यादा देख चुके है और इसको ज्यादा अच्छा कैसे किया जाये इस पर आप सभी अपने-अपने सुझाव देवें, रही मैन्युअल पत्रिका की बात उस पर अध्यक्ष महोदय ओर महामंत्री जी एक बार विचार करें।
आशीष जी, मुरैना डिजिटल पत्रिका का माध्यम बहुत ही शानदार है मेरा इसमें सुझाव है कि शाखा के अध्यक्ष व मंत्री के द्वारा डिजिटल पत्रिका को हर ग्रुप में शेयर करनी चाहिए और हम लोग भी छोटी छोटी शाखाओं से जुड़ें और उन्हें शेयर करे, क्योंकि आज का युग ऑन-लाईन का है।
हमारे महासभा में अब दो चौधरी हो गये । पहले महासभा को अलवर का चौधरी चलाता था और अब दूसरे चौधरी आगरा से आ गये। चौधरी ऐसे होते हैं तो इनको कभी नहीं बनायें ।
मैं महासभा से काफी समय से जुडा हुआ हूँ विवाह सम्मेलन का अच्छा प्रस्ताव है मैं इसके लिए तन-मन-धन से हमेशा साथ रहूंगा और कार्य करूंगा।
अर्थ मंत्री भागचन्द जी ने बैंक में नये खाते खोलने का प्रस्ताव रखा जिसमें सदन में अपनी अपनी राय भी दी कि नया खाता खोले पर एक की जगह दो खोले और सर्वसम्मति से सदन के द्वारा इस प्रस्ताव का पारित किया गया। खाता खुलवान की प्रायोरिटी अलवर एवं जयपुर में रखी गई यदि इसके अलावा अन्य सुविधाजनक स्थान हो तो वहां भी खाता खुलवाया जावे।
साथ ही विधानुसार बैंक खाते का संचालन अर्थमंत्री तथा अध्यक्ष अथवा महामंत्री में से किसी एक के संयुक्त हस्ताक्षर से होगा।
सुरेश जी पालम आज महासभा की दो-दो बैठक चल रही है। एक आगरा में और एक अयोध्या में सदस्यगण असमंजस में है कि किस सभा में जायें।
पहले महेश जी द्वारा तीन कार्यकारिणी सदस्यों को हटाया गया। अलवर सम्मेलन में महेश जी को ही हटा दिया गया। मथुरा बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष त्रिलोक चन्द जी और अर्थ मंत्री को पद से हटा कर अपने सदस्यों को आसीन किया क्या कार्यकारिणी सदस्यों को एक निर्वाचित राष्ट्रिय अध्यक्ष और अर्थमंत्री को हटाने का अधिकार है ? महासभा की ख्याती गिरती जा रही है। पहले पालम से श्री बाबू लाल जी बैठकों में आते थे और सभी कार्यकारिणी सदस्यों को लेकर आते थें। आज सदस्यों को बैठक में आना समय बर्बाद करना लगता है। आज ये दो महासभा हुई है आने वाले समय में प्रश्न उठेंगें कि मतदान कौनसी महासभा करायेगी ? विधवा सहायता में बाधा उत्पन्न करने वालों का पालम शाखा अपना विरोध दर्ज कराती है। आज जो कार्यकारिणी सदस्य हटाये गये है, उनकी जगह पर रिक्त पदों पर पालम शाखा कार्यकारिणी द्वारा मिटिंग होने के पश्चात् महामंत्री जी को अवगत करा देगें।
आज की मिटिंग के ऐजेण्डे अनुसार और जयपुर शाखा की जमीन के संबंध में महुआ में 07 जुलाई 2024 को आयोजित मिटिंग के निर्णय के अनुसार जयपुर शाखा की 4000 वर्गगज जमीन का पूर्व महासभा अध्यक्ष व महामंत्री जी द्वारा उत्पन्न विवाद की जॉच वर्तमान अध्यक्ष महोदय द्वारा की गई। जॉच रिपोर्ट सदन के अवलोकनार्थ प्रस्तुत है। महामंत्री श्री पारस जैन द्वारा जाँच रिपोर्ट सदन के
अवलोकन उपरान्त सर्वसम्मति से इसका अनुमोदन करते हुये कहा की अध्यक्ष महोदय द्वारा जयपुर शाखा से संबंधित व्यक्तियों, जमीन समिति सदस्यों तथा प्लाट होल्डरों सें विस्तृत चर्चा कर एवं जयपुर शाखा की जमीन संबंधी दस्तावेजों की गहन जाँच करने के उपरान्त जाँच रिपोर्ट तैयार की गई है। जॉच रिपोर्ट के अनुसार पूर्व महासभा कार्यकारिणी द्वारा चलाया यह प्रकरण पूर्ण रूप से झूठा एवं तथ्यों से परे है पूर्व अध्यक्ष व महामंत्री जी द्वारा महासभा के मंच व पल्लीवाल पत्रिका का दुरूपयोग किया गया है, अतः जॉच रिपोर्ट के आधार पर इस झूठे मामले को समाप्त किया जाये । और जिन लोगों ने महासभा मंच व पल्लीवाल पत्रिका का दुरूपयोग किया है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के साथ-साथ लीगल कार्यवाही करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया ।
अब मैं अध्यक्ष महोदय को आमंत्रित करता हूँ। अध्यक्ष महोदय द्वारा कहा गया ये जो लोग बोलते है कि दो-दो महासभा है किस पर भरोसा करें। ऐसे लोगों को किसी का बुरा नही बनना और उनको राजनिती करनी है। अलवर सम्मेलन में सभी प्रस्ताव सदस्यों द्वारा रखे गये। विधानानुसार प्रतिनिधी सभा द्वारा निर्णय लिया गया। इतना विशाल जन समूह था किसी भी प्रस्ताव पर ऐतराज नहीं किया गया । सर्वसम्मति से सभी प्रस्ताव पारित किय गये। उसके बावजूद कि अगर कोई कहता है कि कोनसी महासभा सही है और कोनसी गलत है, यह स्वयं को सोचना होगा ।
हमारे द्वारा गतिरोध को खत्म करने लिए प्रत्येक तरह के प्रयास किये गये। हम पूर्व महामंत्री महेश जी घर भी गये, सदभावना कमेटी भी बनाई गई, अलवर में सम्मेलन भी इस गतिरोध को दूर करने के लिए रखा गया। इस गतिरोध के कारण ही महासभा द्वारा प्रतिनिधि सम्मेलन भी कराया गया, क्योंकि इसका हल महासभा के प्रतिनिधि सभा से ही निकल सकता था। पूर्व महामंत्री जी द्वारा इस सम्मेलन में स्वयं का नाम हटाने के लिए व्हाट्सअप के माध्यम और पत्रों के माध्यम से कहा गया कि इस सम्मेलन के बेनर से मेरा नाम हटा दें। पूर्व महामंत्री महेश जी को प्रतिनिधी सभा ने महामंत्री पद से ही हटा दिया। तो इस पर ज्यादा चर्चा न की जायें।
अध्यक्ष महोदय द्वारा पल्लीवाल पत्रिका के बारे में कहा गया कि पत्रिका पर तुरंत लीगल कार्यवाही करनी चाहिए क्योंकि इनको कितनी बार पत्र दे चुके और कह चुके कि यह समाज की पत्रिका है लेकिन इनके द्वारा समाज में भ्रम फैलाना कम नहीं हुआ जिस कारण पूरे सम्पादक मंण्डल की महासभा से प्राथमिक सदस्यता निरस्त हो चुकी उसके बावजूद भी समाज में जान बूझकर पूर्व महामंत्री महेश जी से मिलकर इन लोगों ने भ्रम फैला रखा है।
आज सदन में चर्चा होने के उपरान्त सदन ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया की जो भी लोग इस तरह का भ्रम फैलाने में सम्मिलित है, उस पर निश्चित रूप से लीगल कार्यवाही करनी चाहिए।
अध्यक्ष महोदय द्वारा जमीन के सम्बन्ध में कहा था कि जमीन के सम्बन्ध में पूरी तरह से जाँच हो गई है सभी दस्तावेज देख लिये गये है, उसमें वो लोग ही कहते है जिनका न प्लाट है न सहयोग है कि गबन किया है लेकिन जिस चीज में पैसे का लेनदेन ही नहीं है तो गबन कैसे हो गया। बल्कि जिन लोगों के प्रयासों से यह जमीन आई है उनको धन्यवाद देने की जगह इस तरह के आरोप लगा रहे है यह बहुत ही सोचने की बात है, समाज हित का इतना बडा कार्य हुआ है जिसके लिए इन लोगों ने इतना समय खराब कर दिया। अगर यही एनर्जी पॉजिटिव होकर भवन बनाने में लगाते तो अबतक भवन बन जाता, आज सभी के द्वारा भवन के निर्माण के लिए अच्छा प्रस्ताव रखा गया, मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हम जल्द ही जयपुर शाखा के प्रयासों से आई इस जमीन पर महासभा का भवन बनायेगें और आज यह प्रस्ताव किया गया कि जयपुर शाखा को महासभा द्वारा भवन निर्माण का एक प्रस्ताव भेजा जायें और स्वीकृती मिलते ही उस पर अतिशिघ्र शिल्यान्यास किया जायें, और भगवान ने चाहा तो अगली मिटिंग उसी जमीन पर की जायेगी।
आज शादी विवाह सम्मेलन की चर्चा की गई बहुत अच्छा प्रस्ताव था, लेकिन इसके लिए हम सभी को जागृत होना पड़ेगा तभी यह संभव होगा। इसके लिए अपने बच्चों को भी संस्कार देने होगें, क्योंकि आज कल अन्य जातियों में बहुत शादियों की जा रही है। इसलिये हमें बच्चों के लिए धार्मिक स्कूल एवं संस्थायें खोलनी चाहिए जिससे संस्कार आ सकें, और आज यह प्रस्ताव भी पारीत किया जायें।
मगन जी द्वारा कहा गया कि अलवर में विवाह सम्मेलन प्रस्ताव पारीत किया गया था, उसमें कहा गया था कि उसमें ग्यारह जोडे होते ही सम्मेलन करवाया जायेगा, हम सबको इस कार्य में लगना पडेगा, अपने जैन समाज में पैसे की कोई चिन्ता नही है ।
श्रीचन्द जी द्वारा कहा गया कि अलवर में आयोजित सम्मेलन बहुत ही व्यवस्थित एवं शानदार तरीके से किया गया। साधारण सभा और प्रतिनिधि सभा द्वारा प्रत्येक निर्णय लिए गये। आज विवाह सम्मेलन का प्रस्ताव बहुत अच्छा है, इस पर हम सभी को मिलकर प्रयास करने होगें, इसकी एक कमेटी विवाह संयोजक आशिष मुरैना के संयोजन में बनाई जायें जिससे आगे की रूप रेखा तैयार करें।
श्रीचन्द जी द्वारा कहा गया कि डिजिटल पत्रिका बहुत ही शानदार और उपयोगी है, मैं इतने कम समय में संयोजक श्री राजेन्द्र जी, श्री रमेश पल्लीवाल जी सम्पादक एवं संजय जी द्वारा इसको तैयार किया गया। समय पर सब पढ लेते है और दिन प्रतिदिन इसमें कुछ नया किया जा रहा है। मैं इन सभी को बहुत-बहुत साधुवाद देता हूँ। आज हमारे द्वारा जयपुर कार्यकारिणी सदस्य पद पर एम. पी. जैन साहब को मनोनीत किया गया है। हमारे कार्यकाल में एम.पी. जैन साहब के द्वारा ऑल इण्डिया जनगणना निर्देशिका प्रकाशित की गई थी। जिसको लगभग आज पन्द्रह साल हो गये है, जिसको पूर्ण करने में पूरी भागीदारी एम.पी. जैन साहब की रही। इनका अनुभव हमारे लिए बहुत ही शानदार रहेगा, इसलिए आज श्री पल्लीवाल जैन दूरभाष के प्रकाशन की निर्देशिका का प्रस्ताव पारीत किया जाये। और सर्वसम्मति से श्री पल्लीवाल जैन दूरभाष के प्रकाशन की निर्देशिका का प्रस्ताव पारीत किया गया।
सुनीता जी द्वारा कहा गया कि हमें सभी गतिरोधों को खत्म करना चाहिए और सदन में गरिमा का ध्यान रखना चाहिए, पवन जी भाईसाहब का विवाह सम्मेलन का प्रस्ताव बहुत अच्छा है, इस पर हम सभी को प्रयास करना चाहिए। अध्यक्ष महोदय के द्वारा धार्मिक पाठशाला का प्रस्ताव भी बहुत अच्छा है। इनको इम्प्लीमेन्ट करने की आवश्यकता है। पल्लीवाल पत्रिका के लिए कहना चाहूंगी की इसको पीडीएफ में भेजने का प्रयास करें। साथ में भरतपुर शाखा को भी संचालित करें महासभा कोनसी सही, कोनसी गलत है इसको समाज पर छोड दे, जो अच्छा काम करेगा समाज उसको ही चुनेगा । सभी पॉजिटिव सोच रखें।

 

महामंत्री जी द्वारा शाखाओं से आये हुये नामों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया गया, जो भी उपस्थित है कृप्या मंच पर आये निम्न प्रकार से है-
आगरा से निर्मल जी जैन, योगेश जी जैन, कुलदीप जी जैन, पंकज जैन, एकता जैन
आगरा ग्रामीण से ललित जैन
जयपुर से मुकेश कुमार जैन, एम. पी. जैन साहब, प्रदीप कुमार जैन ( सहमंत्री)
अलवर ग्रामीण से कमल चन्द जैन
देहली से धर्मचंद जी जैन
इन सभी को अध्यक्ष महोदय द्वारा शपथ दिलाई गई शपथ उपरान्त सभी को धन्यवाद और शुभकामानऐं देते हुये अध्यक्ष महोदय द्वारा बैठक समाप्त की घोषणा कर दी गई।
(पारस चन्द जैन) राष्ट्रीय महामंत्री
अखिल भा.प. जैन महासभा

 

This Post Has 2 Comments

  1. राजेन्द्र प्रसाद जैन, अध्यक्ष जयपुर शाखा

    मीटिंग में अच्छे एवं ठोस निर्णय लिए गए।

  2. नरेश चंद जैन

    अध्यक्ष जी , महामंत्री जी, कोषाध्यक्ष जी एवं सम्पूर्ण कार्यकारिणी को अब बचे 1 वर्ष में समाज के लिए बहुत कुछ अजब गजब कर के दिखाना चाहिए ।

Leave a Reply